Monday, November 30, 2009

उदासी

कुछ भी अछा नही लग रहा है
इस शहर में अकेला सा लग रहा है
शहर सुना सा लगता है
दील सुना लगता है
तुमहारी कमी हर वक्त खलती है

जुदाए

तुम से दूर होने के बाद लगता है की
जीवन में कुछ भी नही हर जगह आकेला महसूस करता हु
तुम्हारी कमी इतना खलती है की शरीर में कोई जान ही नही है......................

Wednesday, November 25, 2009

आँचल छुआ

एक तीखी आँच ने
इस जन्म का हर पल छुआ,
आता हुआ दिन छुआ
हाथों से गुजरता कल छुआ
हर बीज, अँकुआ, पेड़-पौधा,
फूल-पत्ती, फल छुआ
जो मुझे छुने चली
हर उस हवा का आँचल छुआ

Sunday, November 22, 2009

एहसास

कुछ लम्हा सिर्फ़ एहसास के लिये होता है
कुछ लम्हा कुछ पल में इसे समेत नही सकते
जिंदगी गुजर जाती है पर
पर कुछ एहसास को भुला नही सकते.........
उसे यद् कर सकते है
उस पल को आपने आखो में बसा सकते है

Saturday, November 21, 2009

Forget me not,

Forget me not,
Forget me never,
That's all I ask,
I'll love you forever,

You smiled at me,
And looked me up and down,
I felt like I was floating in the sea,
And this aching would make me drown,

It was all I could do,
Not to grab you tight,
And race you to the door,
Out into the light,

We'd have run into the distance,
Running as far as the sun,
And we'd never stop until we'd escaped,
Run, baby, run,

We'd have kissed in the moonlight,
We'd have declared our undying love,
We'd have held each other tightly,
Love flying like a dove,

I shake from my fantasy,
And you're still smiling at me,
Looking slightly curiously,
Wondering what my thoughts could be,

Forget me not,
Forget me never,
That's all I ask,
I'll love you forever...

Tuesday, November 17, 2009

तुम से मीलना

तुमसे एक पल मीलना
एक नई ज़िन्दगी जीने के सामान है
तुम्हारी बाहों में जो सुकून है
वह स्वर्ग से भी बढ़ कर है
तुम पर ये ज़िन्दगी तो किया
हमारी हर जनम कुर्बान है
तुम्हे किया कहू आज हर शब्द
तुम्हारे सामने छोटा सा लगता

Monday, November 16, 2009

तुम्हारी यादे

तुम्हारी यादो में हर दिन हर पल बीतता है
तुम्हारी हर मुलाकात मेरे लिए
एक यद् बन जाता है
तुम किया हो यह तुमको भी नही पता
तुम जिंदगी हो किसी के लिए
यह एक येसा रिश्ता है जो खून बनकर शरीर में बहता है
जिसके बिना इन्सान एक पल भी नही जी नही सकता
तुम मेरे खून के हर एक बूंद में हो ........मेरी जिन्दगी हो इबादत हो..............

Saturday, November 14, 2009

प्रेम

प्रेम -
रंग नहीं,
पानी नहीं,
उजाला नहीं,
अन्धेरा नहीं,
ताप नहीं,
शीतलता नहीं,
सुगन्ध है -
सिर्फ़ अनुभूति भर के लिए

प्रेम -
प्रकृति नहीं,
सृष्टि नहीं,
समुद्र नहीं,
सूर्य नहीं,
चन्द्र नहीं,
पवन नहीं,
सौन्दर्य है -
सिर्फ़ सुख के लिए

प्रेम -
साँस नहीं,
धड़कन नहीं,
चेतना नहीं,
स्पर्श नहीं,
स्पन्दन नहीं,
अभिव्यक्ति नहीं,
देह नहीं -
सिर्फ़ आत्मा है
परम तृप्ति और मोक्ष के लिए।

Friday, November 6, 2009

तमन्ना

तमन्ना ने जिंदगी से पूछा की मै कब पुरी होगे
जिंदगी ने कहा वह तम्मना ही किया जो पुरी हो ...............

तुम्हारी यादे

आज मै तुमको बहुत यद् कर रहा हु
ख़ुद को तुम्हारे आगे सर्मपित कर दिया
जो कुछ भी हु तुम्हारे लिये हु
तुमने जो मेरे लिए किया
जो अधिर्कार तुमने मुझे दिया
जो अपनापन जो सम्मान दिया
मेरे पास शब्द नही है
किया कहू तुम्हे
बस भगवान् हो मेरे लिये .......
बस भगवान् तुमको जीवन की हर खुशी दे
तुमको भूलना तो इस जनम में नही हो सकता
अगले जनम में भी तुमको भुला नही पायेगे ........