कुछ भी अछा नही लग रहा है
इस शहर में अकेला सा लग रहा है
शहर सुना सा लगता है
दील सुना लगता है
तुमहारी कमी हर वक्त खलती है
Monday, November 30, 2009
Wednesday, November 25, 2009
Sunday, November 22, 2009
Saturday, November 21, 2009
Forget me not,
Posted by
MY HEART
at
8:34 AM
Forget me not,
Forget me never,
That's all I ask,
I'll love you forever,
You smiled at me,
And looked me up and down,
I felt like I was floating in the sea,
And this aching would make me drown,
It was all I could do,
Not to grab you tight,
And race you to the door,
Out into the light,
We'd have run into the distance,
Running as far as the sun,
And we'd never stop until we'd escaped,
Run, baby, run,
We'd have kissed in the moonlight,
We'd have declared our undying love,
We'd have held each other tightly,
Love flying like a dove,
I shake from my fantasy,
And you're still smiling at me,
Looking slightly curiously,
Wondering what my thoughts could be,
Forget me not,
Forget me never,
That's all I ask,
I'll love you forever...
Forget me never,
That's all I ask,
I'll love you forever,
You smiled at me,
And looked me up and down,
I felt like I was floating in the sea,
And this aching would make me drown,
It was all I could do,
Not to grab you tight,
And race you to the door,
Out into the light,
We'd have run into the distance,
Running as far as the sun,
And we'd never stop until we'd escaped,
Run, baby, run,
We'd have kissed in the moonlight,
We'd have declared our undying love,
We'd have held each other tightly,
Love flying like a dove,
I shake from my fantasy,
And you're still smiling at me,
Looking slightly curiously,
Wondering what my thoughts could be,
Forget me not,
Forget me never,
That's all I ask,
I'll love you forever...
Tuesday, November 17, 2009
तुम से मीलना
Posted by
MY HEART
at
11:50 PM
तुमसे एक पल मीलना
एक नई ज़िन्दगी जीने के सामान है
तुम्हारी बाहों में जो सुकून है
वह स्वर्ग से भी बढ़ कर है
तुम पर ये ज़िन्दगी तो किया
हमारी हर जनम कुर्बान है
तुम्हे किया कहू आज हर शब्द
तुम्हारे सामने छोटा सा लगता
एक नई ज़िन्दगी जीने के सामान है
तुम्हारी बाहों में जो सुकून है
वह स्वर्ग से भी बढ़ कर है
तुम पर ये ज़िन्दगी तो किया
हमारी हर जनम कुर्बान है
तुम्हे किया कहू आज हर शब्द
तुम्हारे सामने छोटा सा लगता
Monday, November 16, 2009
तुम्हारी यादे
Posted by
MY HEART
at
9:13 AM
तुम्हारी यादो में हर दिन हर पल बीतता है
तुम्हारी हर मुलाकात मेरे लिए
एक यद् बन जाता है
तुम किया हो यह तुमको भी नही पता
तुम जिंदगी हो किसी के लिए
यह एक येसा रिश्ता है जो खून बनकर शरीर में बहता है
जिसके बिना इन्सान एक पल भी नही जी नही सकता
तुम मेरे खून के हर एक बूंद में हो ........मेरी जिन्दगी हो इबादत हो..............
तुम्हारी हर मुलाकात मेरे लिए
एक यद् बन जाता है
तुम किया हो यह तुमको भी नही पता
तुम जिंदगी हो किसी के लिए
यह एक येसा रिश्ता है जो खून बनकर शरीर में बहता है
जिसके बिना इन्सान एक पल भी नही जी नही सकता
तुम मेरे खून के हर एक बूंद में हो ........मेरी जिन्दगी हो इबादत हो..............
Saturday, November 14, 2009
प्रेम
Posted by
MY HEART
at
9:56 PM
प्रेम -
रंग नहीं,
पानी नहीं,
उजाला नहीं,
अन्धेरा नहीं,
ताप नहीं,
शीतलता नहीं,
सुगन्ध है -
सिर्फ़ अनुभूति भर के लिए
प्रेम -
प्रकृति नहीं,
सृष्टि नहीं,
समुद्र नहीं,
सूर्य नहीं,
चन्द्र नहीं,
पवन नहीं,
सौन्दर्य है -
सिर्फ़ सुख के लिए
प्रेम -
साँस नहीं,
धड़कन नहीं,
चेतना नहीं,
स्पर्श नहीं,
स्पन्दन नहीं,
अभिव्यक्ति नहीं,
देह नहीं -
सिर्फ़ आत्मा है
परम तृप्ति और मोक्ष के लिए।
रंग नहीं,
पानी नहीं,
उजाला नहीं,
अन्धेरा नहीं,
ताप नहीं,
शीतलता नहीं,
सुगन्ध है -
सिर्फ़ अनुभूति भर के लिए
प्रेम -
प्रकृति नहीं,
सृष्टि नहीं,
समुद्र नहीं,
सूर्य नहीं,
चन्द्र नहीं,
पवन नहीं,
सौन्दर्य है -
सिर्फ़ सुख के लिए
प्रेम -
साँस नहीं,
धड़कन नहीं,
चेतना नहीं,
स्पर्श नहीं,
स्पन्दन नहीं,
अभिव्यक्ति नहीं,
देह नहीं -
सिर्फ़ आत्मा है
परम तृप्ति और मोक्ष के लिए।
Friday, November 6, 2009
तुम्हारी यादे
Posted by
MY HEART
at
8:47 AM
आज मै तुमको बहुत यद् कर रहा हु
ख़ुद को तुम्हारे आगे सर्मपित कर दिया
जो कुछ भी हु तुम्हारे लिये हु
तुमने जो मेरे लिए किया
जो अधिर्कार तुमने मुझे दिया
जो अपनापन जो सम्मान दिया
मेरे पास शब्द नही है
किया कहू तुम्हे
बस भगवान् हो मेरे लिये .......
बस भगवान् तुमको जीवन की हर खुशी दे ।
तुमको भूलना तो इस जनम में नही हो सकता
अगले जनम में भी तुमको भुला नही पायेगे ........
ख़ुद को तुम्हारे आगे सर्मपित कर दिया
जो कुछ भी हु तुम्हारे लिये हु
तुमने जो मेरे लिए किया
जो अधिर्कार तुमने मुझे दिया
जो अपनापन जो सम्मान दिया
मेरे पास शब्द नही है
किया कहू तुम्हे
बस भगवान् हो मेरे लिये .......
बस भगवान् तुमको जीवन की हर खुशी दे ।
तुमको भूलना तो इस जनम में नही हो सकता
अगले जनम में भी तुमको भुला नही पायेगे ........
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