Wednesday, February 6, 2013

~~~~मैनें तो मुहब्बत की है~~~~

तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमको 
मेरी बात और है...मैनें तो मुहब्बत की है...
मेरे दिल की मेरे जज़्बात की क़ीमत क्या है 
उलझे उलझे से खयालात की कीमत क्या है 
मैंने क्यूँ प्यार किया तुमने न क्यूँ प्यार किया...?
इन परेशान सवालात की क़ीमत क्या है 
तुम जो ये भी न बताओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है...मैनें तो मुहब्बत की है...
तुमको दुनिया के ग़म-ओ-दर्द से फुर्सत न सही 
सबसे उल्फत सही मुझसे ही मुहब्बत न सही 
मैं तुम्हारी हूँ यही मेरे लिए क्या कम है 
तुम मेरे होके रहो ये मेरी क़िस्मत न सही 
और भी दिल को जलाओ तो ये हक़ है तुमको 
मेरी बात और है ....मैंने तो मुहब्बत की है ....