Friday, August 6, 2010

खुद रोता पर तम्हे हँसता



आज तुम्हे कुछ कष्ट है ,
तो दर्द मुझे होता है
तुम मेरे पहुच से दूर हो
पास होती तो तुम्हारी सेवा करता
तुम्हे जो दुःख है उसे दूर करता
तुम्हारा हर दुःख को आपने अन्दर समां लेटा
खुद रोता पर तम्हे हँसता .

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