Thursday, October 15, 2009

खुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते

खुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते
सदा खुशियों से भरे हों तेरे रास्ते
हंसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह
खुशबू फूल का साथ निभाती है जिस तरह
सुख इतना मिले की तू दुःख को तरसे
पैसा शोहरत इज्ज़त रात दिन बरसे
आसमा हों या ज़मीन हर तरफ तेरा नाम हों
महकती हुई सुबह और लहलहाती शाम हो
तेरी कोशिश को कामयाबी की आदत हो जाये
सारा जग थम जाये तू जब भी गए
कभी कोई परेशानी तुझे सताए
रात के अँधेरे में भी तू सदा चमचमाए
दुआ ये मेरी कुबूल हो जाये
खुशियाँ तेरे दर से जाये
इक छोटी सी अर्जी है मान लेना
हम भी तेरे दोस्त हैं ये जान लेना
खुशियों में चाहे हम याद आए आए
पर जब भी ज़रूरत पड़े हमारा नाम लेना
इस जहाँ में होंगे तो ज़रूर आएंगे
दोस्ती मरते दम तक निभाएंगे

6 comments:

मनोज भारती said...

सुंदर कविता ... बधाई

दीपावली की शुभकामनाएँ ।

http://gunjanugunj.blogspot.com

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

झिलमिलाते दीपो की आभा से प्रकाशित , ये दीपावली आप सभी के घर में धन धान्य सुख समृद्धि और इश्वर के अनंत आर्शीवाद लेकर आये. इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए.."

Unknown said...

आपका स्वागत है

आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की

हार्दिक बधाइयां

Dev said...

WiSh U VeRY HaPpY DiPaWaLi.......

shyam gupta said...

बहुत सुंदर अभिव्यक्ति , पिंक ---"तुझसे मांगूं कि सभी कुछ तुझी को मिल जाए,
सौ सवालों का इक यही जव्वाव अच्छा है |

Sanjay Grover said...

हुज़ूर आपका भी एहतिराम करता चलूं.........
इधर से गुज़रा था, सोचा, सलाम करता चलूं....

http://www.samwaadghar.blogspot.com/

Post a Comment