नही आयेगे वह गली
नही आयेगे तुम्हारे घर
नही छुयेगे तुम्हे
नही देखेगे तुम्हे ता उमर
आपने मन मन्दिर में
बिठा कर पूजा करेगे
महशुश करेगे तुमको
हर पल हर वक्त
आपनी आवाज ही सुनते रहना
कट जायेगी मेरी जिंदगी
कल भी तुहारा था आज भी तुम्हारा हु
कल भी तुम्हारा रहूगा
अंतिम साँस मे भी
तुमको बिठाये रखुगा
ख़ुद को भूल जायेगे तुम को भुला नही पायेगे............................
Sunday, October 18, 2009
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