Sunday, July 18, 2010

आज जीवन से कुछ डर सा लगता है



आज जीवन से कुछ डर सा लगता है
यह वक्त खो जाये
इस वक्त से डर लगता है
तुम जहा रहो खुश रहो
तुमहारी खुशिया ही हमारी चाहत है
वक्त नहीं है तुम्हारे पास आज मेरे लिए
पर तुम मेरी जिंदिगी हो
और रहोगी.....
तुम जहा रहो खुश रहो
तुमहारी खुशिया ही हमारी सब से बरी ख़ुशी है.

2 comments:

कडुवासच said...

... बेहतरीन!!!

Jandunia said...

शानदार पोस्ट

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