Tuesday, August 24, 2010

जाना तो है आज नहीं तो कल जाना तो है


जाना तो है आज नहीं तो कल जाना तो है
जायेगे तो तुम्हारा हर दुःख दर्द
को लेकर जायेगे
तुम्हारा हर यादे को आपने
अंदर बसा कर जायेगे,
तुम उदास मत होना
मै हर पल तुम्हारे साथ रहूगा
तुम्हारे हर मुश्किल में
तुझे मै थामुगा ,
तुम से दूर जाना तो है
पता नहीं कौन सा शब्द
मेरा आखरी शब्द
बन जाये ,
पर मेरे हर शब्द में
तुम्हारे प्यार का माला
गुथा है हर शब्द समर्पित है सिर्फ तुमको
तुम मनो या न मनो
यह जीवन भी समर्पित है
सिर्फ तुमको ,सिर्फ तुम को
सिर्फ तुम को.

1 comments:

संजय भास्‍कर said...

रक्षाबंधन पर हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
वाह बहुत बढ़िया लगा!

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