कुछ पल यादे बन जाती है जिसे भुलाया नहीं जाता
वह रूह में हमेशा के लिए बस जाता है
कुछ बाते कहने के लिए नहीं होता
उसे सिर्फ एहसास किया जाता है
कुछ येसा ही पल मेरे जिंदगी में आया
जिसे मै हमेशा के लिए अपने अंदर समां चूका हु
मेरे अन्दर अगर तुम एक बार देख पाती
तुम ही तुम नज़र आती तुम ही तुम नज़र आती.
1 comments:
भइये तुम कौन हो. यूं चुपचाप.
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