एक आखरी ख़त तेरे नाम
जिसमें मुहब्बत तो होगी
पर जज्बातों नहीं
जिसमे चाहत तो होगी
पर अफसाने नहीं
जिसमें प्यार भरी मोती तो होगी
लेकीन कोई कशिस नहीं....
हां आज एक आखरी ख़त लिखने जा रहा हु...
जिसमे मिलन की कोई बात नहीं
जिसमे देखने की कोई चाहत नहीं..
तुम तक जाने का हर वह रास्ता बंद कर
मै भी इस आखरी ख़त को अब बंद कर भेज दूंगा तुम्हारे पास
तुम रोना नहीं क्यों की वह आंसू अब मुझे दिखेगी नहीं...
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