Thursday, April 22, 2010

तुम्हारे बिना

हम तुम्हारे बिना नहीं रह सकते
तुम मेरे लिए किया हो यह तुम भी नहीं जानती हो।
शायद प्यार इसी को कहते है।
हा मुझे तुमसे प्यार है,प्यार है
जो कभी खत्म नहीं हो सकता
किसी भी जनम में नहीं.

1 comments:

संजय भास्‍कर said...

हर शब्‍द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्‍तुति ।

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